देर तक जवान रहने के राज
पदार्थ/इलाज | फायदे |
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गोश्त |
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रात का खाना |
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खजूर |
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अज्वा खजूर |
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कद्दू |
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सरीद |
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गैस का इलाज |
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दिमाग़ की खुश्की का इलाज |
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इन चीज़ों का सेवन करके आप देर तक जवान रह सकते हैं।
आज हम देर तक जवान रहने के राज जानेंगे की क्या है ऐसी चीजे जिसे खा कर इंसान देर तक जवान रह सकता है। जिसमे हम (गोश्त और खजूर) के बारे में बात करेंगे इनके पेट से जुड़े फायदे (गैस) जेसी बीमारी और (दिमाग) की कमजोरी को दूर केसे किया जा सकता है इस के बारे में जानेंगे।
गोश्त खाने के फायदे
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गोश्त खाने के फायदे |
किताबुत्तिव्य में अबू नईम ने हज़रत अबु हुरैरः रजि० से रिवायत की है कि नबी सल्ल० का इर्शाद है कि गोश्त तमाम सालनों का सरदार है, दुनिया व आख़िरत में। और किताबुत्तिब्ब में हज़रत अली रजि० से रिवायत है कि हज़रत अली रजि० ने फरमाया – ऐ लोगो ! गोश्त को अपनाओ और गोश्त अधिक खाया करो क्योंकि गोश्त खाने से हलक अच्छा रहता है। रंग को साफ करता है और पेट को घटाता है अर्थात् गोश्त खाने वाले की तोंद नहीं निकलती। और हज़रत अली रजि० ने फरमाया कि जो आदमी चालीस दिन तक गोश्त न खाए उसका हलक बड़ा हो जाता है और किताबुत्तिब्ब में ही हज़रत अबु हुरैरः रजि० की रिवायत है कि नबी सल्ल० का इर्शाद है कि गोश्त खाने के समय दिल को खुशी होती है।है और जैतून के लेप से सर का दर्द जाता रहता है।
देर तक जवान रहने का इलाज
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देर तक जवान रहने का इलाज |
इलाज- "अबू नईम ने हज़रत अनस रजि० से रिवायत नकल की है कि फरमाया नबी सल्ल० ने ऐ लोगो ! रात को खाना ज़रूर खाया करो क्योंकि रात का खाना छोड़ने से जल्द बुढ़ापा आ जाता है।" मतलब यह कि रात का खाना हमेशा छोड़ना नुक्सानदेह है। वैसे रात को इतना ही खाना चाहिए जितना कि आसानी से हज़म हो सके।
खजूर के फायदे
इलाज - अबू नईम ने हज़रत अबु बक्र सिद्दीक रजि० से रिवायत की है कि नबी सल्ल० ने फरमाया कि खजूरों में सबसे बेहतर बर्नी खजूर है क्योंकि यह पेट से बीमारी को निकालती है और इसमें कोई बीमारी नहीं है।
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खजूर के फायदे |
विटामिन - A ,B1 B2 B5 B6 B9 ,C, D ये विटामिन खजूर के अंदर पाए जाते है | जो किसी भी व्यक्ति की सेहत के लिए बहुत ज्यादा फाइदा करती है |इस खजूर के खाने से अपनी सेहत का खयाल रखे |अपनी डेली लाइफ मे इसका उसे भी करे और अपने छोटे बच्चों को भी जरूर खाने को दे |
बर्नी खजूर बहुत-सी किस्मों में से एक है। वह छोटी होती है गुठली उसकी नर्म होती है। यह एक तरफ से मोटी और दूसरी तरफ से कुछ टेढ़ी होती है।
जादू और ज़हर का इलाज
इलाज - इब्ने हिबान और अबू नईम ने इब्ने अब्बास रजि० से रिवायत की है कि नबी सल्ल० के निकट अज्या खजूर बहुत ही प्यारी थी। आप का इर्शाद है कि अजवा खजूर जन्नत से है और इसमें ज़हर से शिफा है और फरमाया कि जो आदमी रोज़ाना सुबह को सात अज्वा खजूरें खाएगा वह उस रोज़ ज़हर और जादू से महफूज रहेगा और कुछ रिवायतों में है कि अज्वा जन्नत से है। इसमें बीमारियों से शिफा है।
दिमाग़ की ताकत के लिए इलाज
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दिमाग़ की ताकत के लिए इलाज |
इलाज - अबू नईम ने वासिला बिन अल अस्क से रिवायत की है कि नबी सल्ल० ने फरमाया ऐ लोगो ! कद्दू अर्थात् लौकी अधिक खाया करो क्योंकि यह दिमाग की ताकत को बढ़ाता है। हज़रत आइशा रजि० ने फरमाया है कि नबी सल्ल० ने फरमाया- ऐ आइशा ! जब तुम हांडी पकाओ तो उसमें कद्दू डाल लिया करो क्योंकि यह दुखी दिल के लिए ताकत की ज़मानत है।" इस का राज़ यह है कि इसकी ठंढक गोश्त की गर्मी को दूर कर देती है।
दिल और दिमाग़ की कमज़ोरी का इलाज
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दिल और दिमाग़ की कमज़ोरी का इलाज |
इलाज- "अबू नईम ने हजरत इब्ने अब्बास रजि० से रिवायत की है कि नबी सल्ल० के निकट सबसे प्यारा खाना सरीद था।" रोटी को शोरबा में भिगोकर खाने को सरीद कहा जाता है। उलमा ने कहा कि यह खाना दिल व दिमाग को ताकत देता है और जल्द हज़म होने वाली गिज़ा है। एक सेर खजूरें भिगो कर ऊपर से थोड़ा-सा मक्खन मिला दिया जाए तो उसको सरीद कहते हैं। हज़रत इब्ने अब्बास रजि० ने रिवायत की है कि हज़रत सल्ल० को सरीद बहुत ही अधिक प्रिय था।
गैस का इलाज
इलाज अबू नईम ने अब्दुल्लाह बिन जाफर रजि० से रिवायत की है कि अब्दुल्लाह ने कहा- मैंने हुजूर सल्ल० को ककड़ी या खीरा खजूर के साथ खाते हुए देखा है।"
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गैस का इलाज |
उलमा ने लिखा है कि इस खाने से मेदे का मैल दूर हो जाता है और खाना जल्द हज़म हो जाता है। ककड़ी की ठंढक और खजूर की गर्मी मिलकर सन्तुलित हो जाती है और खजूर मर्दाना ताकत को बढ़ाती है और बदन में खून पैदा करती है गुर्दे को ताकत बख़्शती है। बलगम और सर्दी के असर से पैदा होने वाली बीमारियों में खजूर का खाना बड़ा ही मुफीद है और यदि थोड़े मीठे के साथ इसको खाए तो मसाना की पथरी के लिए मुफीद है और खीरा पेशाब न आने वाले के लिए बड़ा लाभकारी
है। इसके खाने से पेशाब आता है और तबीयत खुल जाती है। सुप्रावी मिज़ाज ववालों के लिए इस का खाना बड़ा मुफीद है। ककड़ी खून और सुफावी हरारत को मारती है और खट्टी डकार के लिए मुफीद है। प्यास को बुझाती है और पेशाब व मसाने की पथरी को फायदा पहुंचाती है। घबराहट व बदन की खारिश के लिए भी मुफीद है।
दिमाग़ की खुश्की और ख़ारिश का इलाज
इलाज - अबु हातिम ने हज़रत आइशा रजि० से रिवायत की है कि नबी सल्ल० खरबूजे को खजूर के साथ खाया करते थे और इर्शाद फरमाते थे कि खजूर की गर्मी खरबूजे की ठंडक को दूर करके सन्तुलित बना देती है।
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दिमाग़ की खुश्की और ख़ारिश का इलाज |
स हदीस से पता चला कि खरबूज़ा ठंढा व तर है इसलिए सुप्रावी व सौदावी मिज़ाज वालों के लिए बड़ा ही मुफीद है। यह दिमाग में रतूबत पैदा करता है और सुद्दों को निकालता है पेशाब इससे खूब होता है और मसाने की पत्थरी को यह निकाल डालता है।
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